अजय अनेजा 👉 ब्यूरो चीफ 👉 लालकुआं 👉 राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने पर इस वर्ष शताब्दी वर्ष मना रहा है शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में जगह-जगह कल और आज 25 एकड़ कॉलोनी बंगाली कॉलोनी लालकुआं स्वयंसेवकों द्वारा पथ संचलन किया जा रहा है इसी क्रम में आज लालकुआं में भी पथ संचलन निकाला गया सभी स्वयंसेवक एवं संघ के अनुसांगिक संगठन से जुड़े लोग नगर के रामलीला ग्राउंड में एकत्र हुए और वहां से भव्य पथ संचलन का आयोजन पूरे नगर में हुआ लालकुआं के 25 एकड़, बंगाली कॉलोनी क्षेत्र में आज विजयदशमी उत्सव (संघ शताब्दी वर्ष उद्घाटन समारोह) का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में संघ के जिला प्रचार प्रमुख एडवोकेट प्रदीप लोहनी ने अपने उद्बोधन में 1925 से लेकर वर्तमान समय तक संघ के 100वर्षो की यात्रा पर विस्तार से बताते हुए संघ स्थापना की पृष्ठभूमि व उद्देश्य पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा की संघ की शाखा व्यक्ति निमार्ण से राष्ट्र निमार्ण का कार्य करती हैं। व्यक्तियों से समाज बनता हैं और समाज से राष्ट्र। राष्ट्र के उत्थान के लिए व्यक्ति का योग्य बनना आवश्यक हैं। संघ का उद्देश्य समाज का संगठन कर सामाजिक एकता को मजबूत करना रहा हैं।
संघ की 100 वर्षो की यात्रा का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि हमारा प्रारंभिक काल उपेक्षा का था। प्रारम्भ में जब डॉ0 हेडगेवार जी ने संघ स्थापना की तब उनका उपहास किया गया। लेकिन वह विचलित हुए बिना समाज के संगठन में लगे रहे।
दूसरा कालखंड संघर्ष व विस्तार का था। जिसमें संघ पर प्रतिबन्ध भी लगा तथा आपातकाल में स्वयंसेवकों ने अनेक यातनाये भी सही लेकिन संघ और अधिक मजबूत होकर आगे बड़ा साथ ही संघ का विस्तार भी हुआ।
तीसरे कालखंड में संघ विभिन्न क्षेत्रों में अनेक आयाम व प्रकल्पों में माध्यम से आगे बढ़ते हुए वसुधैव कुटुंबकम की भावना के साथ विश्व स्तर पर कार्य कर रहा हैं। वर्तमान में विश्व के 60 से अधिक देशों में संघ भारतीय संस्कृति व हिन्दू दर्शन से विश्व को नई दिशा देने का कार्य कर रहा हैं। दीपावली, होली, योग शिविर, बाल संस्कार वर्ग – इसके माध्यम से भारत केवल भौगोलिक सीमा तक सीमित नहीं, बल्कि सांस्कृतिक वैश्विक शक्ति बन रहा है।संघ की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए एडवोकेट प्रदीप लोहनी ने कहा कि संघ आज विश्व का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन हैं, जिसकी
लाखों शाखाएँ व करोड़ों स्वयंसेवक हैं। जो किसी भी आपदा, बाढ़, भूकंप, महामारी में सबसे पहले सेवा कार्य में लग जाते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में विद्या भारती, संस्कार केंद्र, छात्रावास के माध्यम से अनेक कार्य किये जा रहे हैं तथा वनवासी और ग्राम विकास के क्षेत्र में कार्य कर समाज की आत्मनिर्भरता की दिशा में कार्य किया जा रहा हैं।एडवोकेट प्रदीप लोहनी ने संघ के पंच परिवर्तन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इन पंच परिवर्तनों से ही समाज में परिवर्तन संभव हैं।
उन्होंने कहा कि संघ मानता है कि
व्यक्ति बदलेगा तो परिवार बदलेगा।परिवार बदलेगा तो समाज बदलेगा और समाज बदलेगा तो राष्ट्र का उत्थान होगा। इसलिए संघ “पंच परिवर्तन” पर बल देता है। उन्होंने पंच परिवर्तन कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, स्व का बोध/स्वदेशी, नागरिक कर्तव्य बोध, पर्यावरण संरक्षण व सामाजिक सद्भाव पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा की पंच परिवर्तन समाज और राष्ट्र का चेहरा बदल सकते हैं।अपने सम्बोधन में उन्होंने भारत के समक्ष वर्तमान चुनौतियाँ पर चर्चा करते हुए कहा की जनसंख्या असंतुलन भविष्य में सांस्कृतिक संकट ला सकता है।इसके साथ ही गांवों से पलायन और कृषि संकट,
संयुक्त परिवार टूटने से हो रहे पारिवारिक विघटन, हिन्दू संस्कृति पर हो रहे सांस्कृतिक आक्रमण,
विदेशी व राष्ट्रविरोधी ताकतों द्वारा विश्वविद्यालयों में चलने वाली राष्ट्रविरोधी गतिविधियाँ को भारत के लिए गंभीर चुनौती बताया तथा कहा कि इनका मुकाबला समाज की एकजुटता व जागरण से ही संभव हैं। उन्होंने कहा संघ का लक्ष्य अखंड भारत, आत्मनिर्भर भारत और सांस्कृतिक भारत हैं तथा सभी स्वयंसेवक इस लक्ष्य की प्राप्ति में समर्पण भाव से लगे हुए हैं।मुख्य वक्ता एडवोकेट प्रदीप लोहनी ने उपस्थित सभी स्वयंसेवकों व समाज का परिवार को संस्कारित करने, जाति-भेद मिटाकर समरस समाज बनाने, स्वदेशी अपनाकर आत्मनिर्भर भारत बनाने, कर्तव्यों का पालन करने, समाज में सहयोग और सद्भाव की धारा प्रवाहित करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ स्वयंसेवक राधेश्याम यादव द्वारा की गई।मुख्य वक्ता के उद्बोधन के बाद स्वयंसेवकों ने भव्य पथ संचलन निकाला। मार्ग पर जगह जगह संचलन का पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। संचलन 25 एकड़ कॉलोनी से प्रारम्भ होकर फलाहारी बाबा मंदिर, सेंचुरी मैन गेट, हाथी खाना होता हुआ पुनः 25 एकड़ कॉलोनी में समापन हुआ।
इस अवसर पर सह जिला कार्यवाह राजकुमार, नगर कार्यवाह अनिल मेलकानी, नगर प्रचार प्रमुख ज्ञानेंद्र गुप्ता, नगर बौद्धिक प्रमुख हेमंत नाहटा, बस्ती प्रमुख सुभम, पंकज बत्रा, अरुण जोशी, हरीश नैनवाल, विक्रम राणा, मुकेश सिंह,…मुख्य रूप से सर्व दमन सिंह जिला प्रचार प्रमुख एडवोकेट प्रदीप लोहनी अनिल मेलकानी नगर शारीरिक प्रमुख आदित्य चौधरी हेमंत नाहटा पवन चौहान सुभाष नागर मनोज गुप्ता राधेश्याम यादव गोविंद सिंह राणा लक्ष्मण खाती प्रकाश वीर नाहटा कन्हैया कुमार समेत बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे