अजय अनेजा 👉 ब्यूरो चीफ 👉 लालकुआं 👉 बिंदुखत्ता 👉 नैनीताल 👉नैनीताल जनपद के लालकुआं नगर में बाईपास के मुद्दे को लेकर लंबे समय खींचतान चलती आ रही है मगर आज तक लालकुआं वासियों को बाईपास नसीब नहीं हुआ है, डबल इंजन की सरकार में नैनीताल-यूएस नगर लोकसभा सीट से पूर्व में केंद्रीय राज्य मंत्री और वर्तमान में सांसद रहने के बावजूद भी अजय भट्ट द्वारा कई पहल करने के बाद भी आज तक लालकुआं वासी बाईपास की सुविधा से महरूम हैं जो राजनैतिक इच्छाशक्ति की नकारात्मक को दर्शाता है। दिसंबर 2017 की बात करें तो लालकुआं बचाओ संघर्ष समिति, जिसमें तत्कालीन सत्ताधारी दल के नेताओं से लेकर वर्तमान सत्ताधारी दल के नेताओं और आज के समय में अपना दल बदल चुके नेता भी शामिल हैं जिन्होंने बाईपास के निर्माण को लेकर तत्कालीन शासन-प्रशासन से लेकर तत्कालीन विधायक तक को ज्ञापन सौंपा था। मगर मामला अधर में लटक रहा, इसके बाद वर्ष आया 2019 जिसमें क्षेत्र के लोगों ने भाजपा के टिकट पर जीते नवनिर्वाचित सांसद अजय भट्ट से मुलाकात कर बाईपास बनाए जाने की मांग की, जिस पर उन्होंने कहा कि बाईपास का निर्माण हर हाल में किया जाएगा और इस संबंध में नेशनल हाईवे के अधिकारियों से वार्ता की जाएगी मगर उसके बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई इसके बाद वर्ष 2022 में नैनीताल सीट से सांसद व केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से बाईपास बनाए जाने की मांग की और उन्होंने उधम सिंह नगर जिले के खटीमा में आयोजित एक कार्यक्रम में बाईपास बनाने की घोषणा की मगर काम फिर भी शुरू नहीं हुआ। इसी बीच अजय भट्ट ने वर्ष 2023 में लालकुआं में नेशनल हाईवे का निरीक्षण किया और NH सहित कार्यदायी संस्था को गुणवत्ता युक्त काम करने के निर्देश दिए, हालांकि इस मौके पर उन्होंने बाईपास को लेकर कोई बात नहीं की। अपने दौर में रहे केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री होते हुए भी अजय भट्ट ने लालकुआं में बाईपास के मुद्दे पर कोई ऐसा काम नहीं किया जो धरातल पर उतर सके बावजूद इसके नैनीताल सीट से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने वाले भाजपा के पुनः प्रत्याशी अजय भट्ट को क्षेत्र की जनता ने वर्ष 2024 में फिर से सांसद बना दिया और उम्मीद जताई की वह बाईपास के निर्माण को लेकर प्रतिबद्ध रहेंगे। इसके बाद सांसद अजय भट्ट के नेतृत्व में अगस्त 2025 में फिर से एक शिष्टमंडल केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मिला जिसमें नगर के कुछ गणमान्य पत्रकार भी शामिल थे, उनके समक्ष पुनः बाईपास के मुद्दे पर जोर दिया गया और कहा कि जल्द ही बाईपास का निर्माण किया जाएगा। मगर तब से लेकर वर्तमान तक मामला वास्तविक रूप में धरातल में नहीं उतर पाया। पूरे प्रकरण पर गौर किया जाए तो मैजूदा लालकुआं विधायक डॉ मोहन सिंह बिष्ट ने वर्ष 2023 में प्रधानमंत्री मोदी के 9 वर्ष के कार्यकाल पूरे होने पर बाईपास को लेकर विधानसभा में अपनी बात विधानसभा में रखी जिसमें उनके तर्क को यह कहकर हटा दिया गया कि यह मामला केंद्र सरकार का है, जिससे साफ जाहिर होता है कि लालकुआं वासियों को बाईपास की सौगात सिर्फ केंद्र स्तर पर या फिर क्षेत्र के सांसद द्वारा ही दी जा सकती है मगर आज भी लालकुआं की जनता खुद को ठगा सा महसूस कर रही है, हैरानी वाली बात तो यह है कि तत्कालीन सांसद एवं रक्षा राज्य मंत्री और वर्तमान में नैनीताल सीट से सांसद अजय भट्ट के सांसद प्रतिनिधि लालकुआं में ही निवास करते हैं ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब लालकुआं वासियों को उनकी बाईपास की मांग को लेकर दर-दर भटकना पड़ रहा है जी हां बात करें बिंदुखत्ता राजस्व गांव की तो पिछले 15 वर्षों में बिंदुखत्ता वासियों को झुनझुने के अलावा कुछ भी नसीब नहीं हुआ सोचनीय प्रश्न



















