रंजीत संपादक
सितारगंज /रुद्रपुर। नगर पंचायत नानकमत्ता में पूर्व अधिशासी अधिकारी द्वारा 2 करोड़ 27 लाख की लागत से लगने वाली स्ट्रीट लाइट घोटाला किया तो वहीं वर्तमान अधिशासी अधिकारी द्वारा सफाई के ठेके में 10 लाख रुपए महीने का अतिरिक्त भार नगर पंचायत पर डाल दिया और शिकायतों पर सिर्फ जांच कमेटी गठित हुई लेकिन कार्रवाई नहीं हुई उल्लेखनीय है कि नगर पंचायत नानकमत्ता में पूर्व अधिशासी अधिकारी ने आरके एंटरप्राइजेज के मालिक गुरविंदर सिंह के साथ मिली भगत कर 2 करोड़ 27 लाख रुपए का घोटाला कर दिया आरके एंटरप्राइजेज के स्वामी गुरविंदर सिंह द्वारा अपनी ही तीनों फरमो को ठेके में लगकर पूरी तरह पुल्लिंग का खेल खेला और इसके अलावा सरकार द्वारा जारी हैसियत प्रमाण पत्र में भी स्कैनिंग का खेल खेल कर फर्जी पेपर लगा दिए जिसकी शिकायत होने पर अभी तक सिर्फ जांच कमेटी ही गठित हुई है कार्रवाई कुछ भी नहीं
वहीं वर्तमान अधिशासी अधिकारी राकेश कोटिया द्वारा नानकमत्ता नगर पंचायत का ठेका जो 6. 5 लाख रुपए महीने में चल रहा है अपनी जेब गर्म करने के उद्देश्य से 16. 5 लाख रुपए में कर दिया जबकि वर्तमान ठेकेदार का अनुबंध 3 साल का है जिस पर ठेकेदार द्वारा आपत्ति भी दर्ज कराई गई है लेकिन अधिशासी अधिकारी राकेश कोटिया द्वारा डोर टू डोर के नाम पर नए ठेकेदार को 16.5 लाख रुपए में वही काम करने के लिए कार्यदेश जारी कर दिया गया है जिसकी शिकायत पर भी सिर्फ जांच कमेटी गठित की गई है जब शिकायतकर्ता के प्रार्थना पत्र को देखा गया तो एक बात और सामने आई है कि राकेश कोटिया द्वारा पूर्व में नगर पालिका खटीमा में भी करोड़ों रुपए का घोटाला किया गया है तथा राकेश कोटिया की नियुक्ति भी नियम विरुद्ध तरह से की गई है और दोनों जांचों में राकेश कोटिया को दोषी करार दिया गया है लेकिन कार्रवाई की बजाय राकेश कोटिया को इनाम में पदोन्नति दी गई है कैसा सिस्टम है सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाया जा रहा है और कार्रवाई के नाम पर सिर्फ जांच कमेटी बनाई जा रही है उपरोक्त मामलों में शिकायतकर्ताओं का कहना है की कार्रवाई न होने पर वह सभी मामलों में माननीय उच्च न्यायालय की शरण लेंगे

























