अजय अनेजा
चंपावत :- देश के माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा आयुष मंत्रालय के सहयोग से पूरे देश में *”देश का प्रकृति परीक्षण अभियान”* की शुरुआत की गई है। *इस अभियान का प्रथम चरण आगामी 25 दिसंबर 2024 तक चलेगा।* इस अभियान के तहत देश भर में एक महीने में एक करोड़ लोगों को प्रकृति परीक्षण कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करना है। इस संबंध में आवश्यक जानकारी देते हुए *प्रभारी जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ सुधाकर गंगवार ने बताया कि इस अभियान उद्देश्य है कि अगर व्यक्ति को अपना अपनी आयुर्वेदिक प्रकृति (वात, पित्त, कफ) के बारे में जानकारी होगी तो वह उसके अनुसार सही आहार विहार तथा दिनचर्या व ऋतुचार्य का पालन कर स्वस्थ रह सकता है।* इस अभियान के तहत लोगों को अपनी प्रकृति का पता लगाने के लिए एक ऐप बनाया गया है जिसे किसी भी फोन में डाउनलोड कर एप में व्यक्ति को अपना फोन नंबर व नाम भरने की बाद क्यूआर कोड प्राप्त होता है जिसे आयुर्वेदिक चिकित्सक स्कैन कर कुछ विशेष प्रश्न पूछ कर उस व्यक्ति की प्रकृति बताते हैं। साथ ही उन्होंने 18 वर्ष से ऊपर के प्रत्येक व्यक्ति से अनुरोध करते हुए अपील की कि वह इस महा अभियान से जुड़कर अपनी प्रकृति अनुसार जानकारी प्राप्त कर इस अभियान के माध्यम से अपने आप को स्वस्थ रख सकते हैं।