Home अपराध उधम सिंह नगर पुलिस द्वारा सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड का खुलासा

उधम सिंह नगर पुलिस द्वारा सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड का खुलासा

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रंजिश व जमीन जायदाद को लेकर की गई थी मृतका की हत्या, और योजना में शामिल न होने पर दुसरे व्यक्ति की भी हत्या लिए पहचान छुपाने के लिए शवों के टुकड़े-टुकड़े कर नदी में बहा दिया गया शव lअभियुक्तों द्वारा सबूत मिटाने की गई हर संभव कोशिश l

केलाखेड़ा पुलिस द्वारा अथक प्रयास के बाद किया गया सनसनीखेज हत्या का खुलासा दो गिरफ्तार, हत्या में प्रयुक्त हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद l

थाना केलाखेड़ा पर परमजीत कौर पुत्री सतनाम सिंह निवासी ग्राम रम्पुराकाजी के द्वारा एक तहरीरी सूचना दी गई कि उनकी बुआ जोगेन्द्रो बाई उम्र 45 पुत्री स्व० नारायण सिंह निवासी ग्राम रम्पुराकाजी थाना केलाखेड़ा जिला उधम सिंह नगर जो खेतों के बीच एकांत में बने अपने घर पर अकेली रहती थी दिनांक- 05.06.2023 की रात्रि में उनकी दादी बुआ जोगेंद्रो बाई जो अपने घर के आँगन में चारपाई पर सोई हुई थी अगले दिन घर में नहीं मिली चारपाई पर बिस्तर लगा हुआ था तथा प्राप्त सूचना के आधार पर थाना हाजा पर जोगेन्द्रो बाई उपरोक्त की गुमशुदगी दर्ज की गई व ग्राम रम्पुराकाजी एवं आसपास के क्षेत्रों में गुमशुदा की काफी तलाश की गई।   को ग्राम रम्पुराकाजी के निकट बोर नदी में पुलिस व स्थानीय लोगों की मदद से सर्च अभियान चलाया गया तो नदी के अंदर से कुछ कपड़े व तीन मानव अंग एक दाहिने पैर की जाँघ से नीचे की टांग व एक बाएं पैर की जाँघ के नीचे की की कटी टाँग व एक दाहिने पैर का ऐड़ी से नीचे कटा हुआ पंजा बरामद हुआ। बरामदा मानव अंगों में से दो कटी हुई टांगों व कपड़ों के आधार पर उक्त शव की शिनाख्त जोगेन्द्रो बाई के रूप में हुई मृतिका की पुत्री सोनम कौर द्वारा अपनी माँ जोगेन्द्रो की हत्या करने एवं साक्ष्य छिपाने के सम्बन्ध में थाना केलाखेड़ा में मुकदमा अ0सं0- 77/2023 धारा- 302/201 भा.द.वि. पंजीकृत कराया गया।

अभियोग की विवेचना थानाध्यक्ष केलाखेड़ा के द्वारा की गई। इसी बीच जानकारी प्राप्त हुई की एक व्यक्ति गुरमीत सिंह पुत्र दलीप सिंह निवासी ग्राम टुकड़ी बिचवा थाना नानकमत्ता जिला उधम सिंह नगर जो पिछले काफी समय से ही ग्राम रमंपुराकाजी में अपनी बेटी के ससुराल में पिछले छः महिनों से रह रहा था वह भी   की रात्रि से गुमशुदा है, जिसके पुत्र सोनू सिंह के द्वारा बौर नदी बरामद मानव अंगों में से कटे हुए पैर के पंजे को देखकर उसे अपने पिता गुरमीत सिंह के होने का शक जाहिर किया।इस प्रकार दुसरे मानव अंग की शिनाख्त गुरमीत सिंह पुत्र दलीप सिंह निवासी नानकमत्ता हाल निवासी ग्राम रमपुरा काजी के रूप में हुई बरामदा तीनों मानव अंगों का पंचायतनामा व पोस्टमार्टम करवाया गया एवं स्टेण्डर्ड डी.एन.ए. सैंपल लिए गए। जनपद में घटित उक्त जघन्य हत्याकांड की गम्भीरता को देखते हुए घटना के अनावरण हेतु श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा श्रीमान पुलिस अधीक्षक अपराध एवं श्रीमान पुलिस अधीक्षक काशीपुर के पर्यवेक्षण एवं श्रीमान क्षेत्राधिकारी बाजपुर के मार्गदर्शन में अलग- अलग कार्यों हेतु पुलिस टीमों का गठन किया गया। शेष मानव अंगों की बरामदगी हेतु जल पुलिस, एसडीआरएफ, फॉरेंसिक टीम, डॉग स्क्वाड व एसओजी के साथ मिलकर संयुक्त रूप से बोर नदी एवं आस पास के सरहदी थाना क्षेत्रों में भी सर्च अभियान चलाया गया, सीसीटीवी कैमरे चैक किये गये एवं गाँव व आस-पास के लगभग 100-150 व्यक्तियों से पूछताछ की गई।

विवेचना के दौरान जानकारी मिली कि गुमशुदा गुरमीत सिंह को  को धर्मेंद्र सिंह पुत्र भगवान सिंह निवासी ग्राम रम्पुराकाजी थाना केलाखेड़ा के साथ अंतिम बार देखा गया था। यह भी जानकारी मिली थी   की शाम को गुरदेव सिंह पुत्र जोगेन्द्र सिंह व धर्मेन्द्र सिंह पुत्र भगवान सिंह निवासीगण ग्राम रम्पुराकाजी को रात्रि में साथ में देखा गया था। गुमशुदा गुरमीत सिंह गुरदेव सिंह का ससुर था। गुरदेव सिंह व धर्मेन्द्र सिंह घटना के बाद से ही गांव में दिखाई नहीं दिए तो उनकी संदिग्धता और अधिक प्रतीत हुई। उक्त संदिग्धों गुरदेव एवं धर्मेन्द्र के मोबाइल नंबरों की सीडीआर प्राप्त कर विशलेषण किया गया एवं बोर नदी के आस-पास का डम्प डाटा लिया गया।

सीडीआर के विश्लेषण एंव पूछताछ के आधार पर गुरदेव सिंह एवं धर्मेन्द्र सिंह के द्वारा अपने जुर्म का इकबाल किया गया जिन्होंने बताया की मर्तिका जोगेंद्रो कौर अपने लालच के चलते अपनी ही बिरादरी के लोगों की जमीन गिरवी रख क्र उस जमीन को गैर धर्म के व्यक्ति को दे देती थी और उस गैर धर्म के व्यक्ति के उसके साथ गलत सम्बन्ध थे जिससे की हमारी बिरादरी की बदनामी हो रही थी इसी बात से क्रोधित हो कर हम दोनों ने योजना बना ली की दिनांक 05. 06. 23 की रात जोगेंद्रो की हत्या करेंगे इसी बीच दूसरा म्र्तक गुरमीत सिंह जो की हमारी योजना की जानकरी रखता था ने हमको जोगेंद्रो कौर की हत्या करने पर पुलिस को सुचना देने की धमकी दी और उस योजना में वव्धान डालने की कोशिश की फिर हम दोनों ने उसी रात को समय करीब 09 00 बजे सबसे पहले परने से गुरमीत का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और उसकी लाश को उठाकर नदी के किनारे झाड़ियों में रख दिया फिर हम दोनों ने जोगेंद्रो कौर को विश्वाश में ले कर घर के पीछे बुला लिया जिस पर वह चुपचाप हमारे साथ चल दी और खरले पर पहुँचते हम दोनों ने जोगेंद्रो कौर का भी परने से गला घोंट कर उसको वहीं पर मार दिया फिर हम उसकी लाश को उठाकर नदी में उसी स्थान पर ले गये जहाँ पर गुरमीत की लाश पड़ी थी फिर हमने दोनों लाशों को पानी में डाला फिर हम दोनों लाशों को खींचकर हरवंश के खेतों के पास नदी किनारे एक उचले स्थान पर ले गये और फिर हम दोनों ने उन दोनों लाशों के हाथ पैर सिर धड़ काट- काट कर अलग किया और उन टुकड़ों को नदी की बीच धारा में बहा दिया और उस कुल्हाड़ी एवं पाठल को थोड़ा सा अलग जगह पर पानी के अंदर झाड़ियों के नीचे छुपा दिया फिर रात करीब 02.00 बजे हम लोग वापस अपने-अपने घर आये। अगले दिन सुबह करीब दस बजे हम दोनों उसी स्थान पर जा कर बचा हुआ खून को अच्छे से धो कर साफ कर दिया ताकि वहाँ कुछ दिखाई न दे।

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