रंजीत सम्पदाक
सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वीडियों क्रांफ्रेसिंग के माध्यम से कुमाऊं मण्डल में वनाग्नि, पेयजल की समीक्षा करते हुये वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों का अवकाश तत्काल निरस्त करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि जिन क्षेत्रों में 24 घंटे के भीतर आग पर काबू नही पाया जाता है तो सम्बन्धित क्षेत्र के डीएफओ एवं रेंज अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जायेगी। उन्होंने वन संरक्षक विनय भार्गव को निर्देश दिये कि एफटीआई में जो कार्मिक प्रशिक्षण ले रहे है उन्हें मौके पर भेजा जाए ताकि प्रशिक्षण ले रहे प्रशिक्षार्थीयों को स्थलीय जिम्मेदारी का निर्वहन का अनुभव होगा। उन्होने वन संरक्षक भार्गव को निर्देश दिये कि स्थानीय लोगों से समन्वय किया जाए अधिक से अधिक महिला एवं युवक मंगल दलों एवं महिला स्वयं सेवी सहायता समूहों का भी सहयोग लिया जाए। उन्हांेने कहा कि वन विभाग एवं प्रशासन के द्वारा वनाग्नि के दौरान जो कार्य किये जा रहे है, सक्षम अधिकारी किये जा रहे कार्याे के सम्बन्ध में जनता को जानकारी देना भी सुनिश्चित करें।
उन्होने कहा कि वनाग्नि के दौरान सभी अधिकारी मौके पर उपस्थित रहें। आग लगाने वालों अपराधिक तत्वों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए। श्री धामी ने कहा आपातकाल में सभी विभागों के अधिकारी आपसी समन्वय के साथ कार्य करें और अपना मोबाइल फोन 24 घंटे ऑन रखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्बन्धित क्षेत्रों के लिए नोडल अधिकारी नामित किये जांए ताकि अधिकारी अपनी जिम्मेदारी के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा अधिक से अधिक गांवो के सदस्यों को जोडे और सहयोग लें तथा गांव वालों को प्रोत्साहित कर पुरस्कार भी दें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वन विभाग के अधिकारी बैठक हेतु देहरादून मुख्यालय ना जाएं। बैठक में वीसी के माध्यम उपस्थित रहें। सभी डीएफओं को पीरूल एकत्र करने के टारगेट दिये जांए। उन्हांेने कहा सेना, अर्द्वसैनिक बल, पुलिस, आपदा प्रबन्धन व जिला प्रशासन आपस में तालमेल के साथ कार्यों को सुगमता के साथ पूर्ण करें। श्री धामी ने कहा जिन क्षेत्रों में वनाग्नि होती है सम्बन्धित क्षेत्र के डीएफओ, रेंज अधिकारी, जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर तुरन्त जांए और वनाग्नि को शीघ्र काबू करें। मुख्यमंत्री ने सेना द्वारा हैलीकाप्टर से आग बुझाने के कार्यों की सराहना की। उन्होंने पेयजल समस्या वाले क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए वैकल्पिक व्यवस्थाओं से जलापूर्ति कराने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।
वीसी में मुख्य विकास अधिकारी, मनीष कुमार, डी0एफ0ओ0 उमेश तिवारी, अपर जिलाधिकारी अशोक कुमार जोशी, नगर आयुक्त नरेश दुर्गापाल, विवेक राय, प्रभारी अधिकारी गौरव पाण्डेय, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 मनोज कुमार शर्मा, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ0 एस0बी0 पाण्डे, अधिशासी अभियन्ता विद्युत विजय सकारिया, अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान अजय कुमार, तरुण शर्मा आदि मौजूद थे।