रंजीत संपादक
उत्तराखंड में युवाओं को रोजगार के साथ ड्रोन विशेषज्ञ बनाने की योजना शुरू होने जा रही है। इसके लिए हर जिले में एक ड्रोन स्कूल खोलने की योजना बनाई गई है। विभिन्न जिलों में इन स्कूलों को चलाने के लिए प्रदेश के ITDA ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। बता दें कि ड्रोन का उपयोग फिल्म इंडस्ट्री और सिक्योरिटी, आपदा राहत के साथ घरों में होने वाले छोटे-बड़े कार्यक्रमों में होता है।
आज के दौर में जहां लाइसेंसी ड्रोन के रोजगार की कमी देखने को मिल रही है। वहीं अब ड्रोन को रोजगार के साथ जोड़ने के लिए इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट एजेंसी यानी ITDA प्रदेश के हर जिले में एक ड्रोन स्कूल खोलने जा रही है। इसमें युवाओं को ड्रोन प्रशिक्षण की कक्षाएं शुरू की जाएंगी. सबसे पहले इसकी शुरुआत ऋषिकेश के आईडीपीएल स्कूल से होगी। इसके बाद लगातार अन्य जगहों में व्यवस्था के मुताबिक ड्रोन ट्रेनिंग की व्यवस्था की जाएगी।
18 साल से ऊपर पॉलिटेक्निकल व आईटीआई और अन्य छात्रों को ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में राहत बचाव के अलावा ड्रोन से जुड़े रोजगार के अवसर भी इस क्षेत्र में बढ़ाए जा सके बता दें कि वर्तमान में ड्रोन स्पेशलिस्ट मास्टर की ट्रेनिंग चल रही है जिनके द्वारा आगे का कार्य संचालित किया जाएगा। इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट एजेंसी यानी ITDA के निदेशक ADG अमित सिन्हा के अनुसार, इस योजना को इस वर्ष के अंत तक राज्य के सभी पुलिस और सिविल वयस्क छात्रों के लिए सभी जनपदों में एक स्कूल खोलकर ड्रोन प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा। इससे जहां युवा टेक्नोलॉजी से बेहतर तरीके से अवगत होंगे, वहीं ये ड्रोन रोजगार का माध्यम भी बनेंगे।